बिहार जल-जीवन हरियाली अभियान 2019 – मौसमी बदलावों को कम करने की कोशिश

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बिहार सरकार मौसम में आ रहे बदलाव को देखते हुए राज्य में जल-जीवन-हरियाली अभियान (Jal Jivan Hariyali Campaign in Bihar) शुरू करने जा रही है। मुख्यमंत्री नितीश कुमार जल-जीवन-हरियाली अभियान (Jal Jeevan Hariyali Campaign) को गाँधी जयंती की 150वीं वर्षगांठ पर लॉन्च करेंगे। राजस्व और भूमि सुधार विभाग (Revenue and Land Reforms Department – RLRD) ड्रोन या हेलीकॉप्टर के माध्यम से पूरे राज्य में सभी सार्वजनिक जल निकायों जैसे तालाबों, आहर-पाइन और कुओं की पहचान करके उनकी पूरी रिपोर्ट तैयार करेंगे।

राज्य सरकार द्वारा शुरू किए गए इस जल-जीवन हरियाली अभियान (Jal Jeevan Hariyali Campaign) को लेकर लोगों में जागरूकता पहले से ही शुरू कर दी गई है। इस सरकारी योजना में सरकार पांच मोर्चों पर एक साथ काम करेगी जैसे की तालाबों, आहर-पाइन की उड़ाही, पौधे लगाना, रेन वाटर हार्वेस्टिंग (Rain water harvesting under Jal Jivan Hariyali Campaign) और जहां सूखा पड़ता है वहाँ पर नदियों का पानी पहुंचाना।

इसके अलावा आने वाले समय में लोगों को ज्यादा से ज्यादा सोलर लाइट इस्तेमाल करने के लिए भी सरकार प्रोत्साहित करेगी।

बिहार जल-जीवन हरियाली अभियान

मुख्यमंत्री नितीश कुमार द्वारा लॉन्च किया जा रहा यह जल-जीवन हरियाली अभियान केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में शुरू किए गए प्रधानमंत्री जल जीवन अभियान की तरह ही है। जिसके लिए केंद्रीय सरकार ने अलग से जल शक्ति मंत्रालय भी बनाया है, जो पीएम जल जीवन अभियान के लिए वित्त का आवंटन और पूरी देख-रेख करेगा।

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सरकार के अनुसार बिहार राज्य हाल के दशकों में बाढ़ और सूखे से हर साल शिकार होता जा रहा है, जिसके लिए आगामी भविष्य में कदम उठाना जरूरी था। जिन भी तालाबों, कुओं को राजस्व और भूमि सुधार विभाग चिन्हित करेगा उन पर किए गए लोगों द्वारा अवैध कब्जे को भी सरकार दिसंबर तक खत्म करेगी और उन्हें अतिक्रमण मुक्त कराया जायेगा।

Read in English : Bihar Jal Jivan Hariyali Campaign to Minimize Effects of Climate Change

बिहार जल-जीवन हरियाली कैंपेन – मुख्य बिंदु

जल-जीवन हरियाली कैंपेन (Important points under Jal Jivan Hariyali Campaign in Bihar) जो की बिहार में शुरू होगा इसके लिए सरकार बहुत से जरूरी कार्यों को ध्यान में रख कर काम करेगी, जिनमें से कुछ हम आपको नीचे बताने जा रहे हैं:
— सबसे पहले राज्य सरकार पूरे प्रदेश में हर जिले की सैटेलाइट मैपिंग करेगी।
— राजस्व और भूमि सुधार विभाग द्वारा पहचान किए गए तालाबों, आहर-पाइन और कुओं जिन पर अवैध कब्जा है उनको सरकार अतिक्रमण मुक्त कराएगी।
— सड़कों के किनारे कई लाइन में पेड़ लगाये जाएंगे और बांधों, सार्वजनिक जगहों और निजी जगहों पर भी वृक्षारोपण किया जायेगा।
— सोलर लाइट को बढ़ावा देने के लिए सरकारी इमारतों पर सोलर पैनल लगाये जायेंगे, साथ ही साथ दो नये सोलर प्लांट भी लगाये जायेंगे।
— पेड़-पौधों को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों पर कारवाई की जाएगी।
— वर्षा के जल संचयन के लिए जगह-जगह पर वॉटर हार्वेस्टिंग प्लांट बनाये जायेंगे और लोगों को भी इस अभियान का हिस्सा बनने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।

सीएम ने यह भी कहा कि राज्य में वर्षा हर साल कम होती जा रही है या फिर वर्षा कहीं पर ज्यादा हो रही है और कहीं पर कम, भूजल स्तर नीचे जा रहा है। इसीलिए बिहार राज्य में जल-जीवन-हरियाली अभियान चलाना जरूरी हो गया था। सरकार प्रदेश का हरित आवरण क्षेत्र 17 प्रतिशत या इससे ज्यादा करने के लक्ष्य पर भी काम करेगी।

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